ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले का श्रीझण्डा आरोहण 2 अप्रैल को, देश-विदेश से पहुंचने लगी संगतें, श्री महाराज जी ने कोरोना वायरस के प्रति बचाव के लिए सभी से की सहयोग की अपील

श्री दरबार साहिब पहुंचने लगी संगतें,

गिलाफ सिलने का काम शुरू,

बिना आरटीपीसीआर जाॅच के पहुंचे श्रद्धालुओं को हाथ जोड़कर जाॅच करवाने के लिए भेजा,

कोरोना महामारी के इस दौर में सभी से की सहयोग की अपील

देहरादून। दरबार श्री गुरु राम राय जी महाराज, झण्डा साहिब परिसर में संगतों के पहुंचने का क्रम शुरू हो गया है। मंगलवार को पंजाब व अन्य समीपवर्ती राज्यों से संगतें पहुंचीं। श्रीझण्डा मेला आयोजन समिति की ओर से सभी संगतों व श्रद्धालुओं से बार बार अपील की जा रही है कि आरटी-पीसीआर नेगेटिव रिपोर्ट के साथ ही श्री दरबार साहिब में प्रवेश सुनिश्चित करें, रिपोर्ट 72 घण्टे से पुरानी न हो। ऐसे श्रद्धालु जो मंगलवार को बिना आरटी-पीसीआर जाॅच रिपोर्ट के आए थे, मेला आयोजन समिति सदस्यों ने उन्हें हाथ जोड़ कर आग्रह किया व आरटीपीसीआर जाॅच करवाने के लिए उन्हें श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल भेजा।

काबिलेगौर है कि इस वर्ष ऐतिहासिक श्री झण्डे जी मेले का मुख्य आकर्षण श्रीझण्डा आरोहण 2 अप्रैल शुक्रवार को होगा। संगतें श्रद्धा व भक्तिभाव के साथ श्री झण्डा जी आरोहण का साक्षी बनने के लिए देश विदेश से पहुंचना शुरू हो गई हैं। मेला आयोजन समिति के सदस्य जिला प्रशासन के सहयोग से आवश्यक व्यवस्थाओं को स्वरूप दे रहे हैं।

मेला समिति ने कोविड-19 के प्रति सजगता को लगाए फ्लेक्स

श्रीझण्डा जी मेला आयोजन समिति की ओर से संगतों व श्रद्धालुओं के सुचनार्थ फ्लेक्स लगवाए गए हैं। श्री दरबार साहिब परिसर में प्रवेश से पूर्व किन किन बातों का ध्यान रखें व श्री झण्डा साहिब परिसर में 2 अप्रैल को होने वाले मुख्य आयोजन के दौरान क्या क्या सजगता अपनाएं आदि बिन्दुआंे का उल्लेख किया गया है। मेला समिति के सदस्यों के अलावा स्वंयसेवी सेवादार संगतों के हैंड सेनीटाइजेशन का काम कर रहे हैं।

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गिलाफ सिलने का काम शुरू

मंगलवार देर शाम से गिलाफ सिलने का काम शुरू हो गया है। महिलाएं सिलाई मशीन की मदद से गिलाफ तैयार करने के काम में जुटीं रहीं। काबिलेगौर है कि श्री झण्डे जी पर तीन तरह के गिलाफों का आवरण होता है। सबसे भीतर की ओर सादे गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 41 (इकतालीस) होती है। मध्यभाग में शनील के गिलाफ चढ़ाए जाते हैं इनकी संख्या 21 (इक्कीस) होती है। सबसे बाहर की ओर दर्शनी गिलाफ चढ़ाया जाता है इनकी संख्या 1 (एक) होती है।

श्री महाराज जी ने संगतों को किया कोरोना वायरस के प्रति जागरूक

श्री गुरु राम राय दरबार साहिब के श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज ने सभी संगतों व श्रद्धालुओं के नाम संदेश जारी कर कहा कि कोरोना वायरस के प्रति सजगता बरतें। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की ओर से कोरोना वायरस के प्रति बचाव की एडवाइज़री जारी की गई है, सभी उसका अनुपालन करें। उन्होंने सभी संगतों व श्रद्धालुओं का आह्वाह्न किया है कि श्री झण्डा मेले में शामिल होने के दौरान संक्रमण से बचाव रखें। श्री दरबार साहिब स्थल को कोरोना वायरस रहित बनाने में सभी अपना सहयोग दें।

तीन बड़े लंगर शुरू

श्रीझण्डे जी मेले में शामिल होने के लिए दून पहुंची संगत के लिए तीन बड़े लंगर मेला समिति की ओर से शुरू कर दिए गए हैं। श्री दरबार साहिब परिसर, श्री गुरु राम राय पब्लिक स्कूल, तालाब परिसर व मातावाला बाग मंे लंगर का संचालन किया जा रहा है। 

नगर परिक्रमा के रूट में परिवर्तन

कोविड-19 के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र श्री दरबार साहिब प्रबन्ध समिति व श्री झण्डा मेला आयोजन समिति ने श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज से भेंट की। वरिष्ठ पदाधिकारियों व देश विदेश की संगतों के साथ संवाद के बाद यह निर्णय हुआ है कि वर्ष एतिहासिक नगर परिक्रमा का रूट छोटा होगा व परिवर्तित रहेगा। इस वर्ष 4 अप्रैल को नगर परिक्रमा सुबह 7ः30 बजे शुरू होगी। नगर परिक्रमा श्री दरबार साहिब परिसर से शुरू होकर भण्डारी चैक-अखाड़ा बाजार- दर्शनी गेट- सहारनपुर रोड, श्री महंत साहिबान की समाधि स्थल लक्खीबाग से वापिस श्री दरबार साहिब पर सम्पन्न हो जाएगी।

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