
DG हो तो बंशीधर तिवारी जी जैसा, जिन्होंने पत्रकारों की पीड़ा को समझा
DG हो तो बंशीधर तिवारी जी जैसा, जिन्होंने पत्रकारों की पीड़ा को समझा
राज्य गठन के बाद से सूचना विभाग में कई DG आये और चले गए लेकिन जब से बंशीधर तिवारी जी ने सूचना विभाग की कमान संभाली है तब से एक नया बदलाव देखने को मिला है। पत्रकारों के लिए उनके दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं। पत्रकारों से मिलना उनकी समस्याओं को सुनना और उसका समाधान करना उनकी प्राथमिकताओं में रहता है। पत्रकारों को विज्ञापन देने की बात हो या फिर विभाग से मिलने वाली किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद वह कभी किसी को निराश नहीं करते। पत्रकार चाहे न्यूज़ पोर्टल का हो, मासिक पत्रिका का हो, साप्ताहिक समाचार का हो दैनिक अखबार का हो या इलेक्ट्रॉनिक मीडिया का, वह हर किसी को वह समान भाव से देखते हैं और उसकी समस्याओं के समाधान के लिए कार्य करते हैं।
महानिदेशक सूचना बंशीधर तिवारी की कार्यकुशलता ही है कि उन्होंने मीडिया समन्यक के रूप में...