
उत्तराखंड में अब अगले बृहस्पतिवार को साफ हो जाएगा कि मुकाबला त्रिशंकु अथवा आर या पार,जाने पूरी खबर
■अब अगले बृहस्पतिवार.. , त्रिशंकु अथवा आर या पार■
उत्तराखंड गठन के बाद शायद यह पहला चुनाव है जिसमें परिणाम को लेकर इतना घना कोहरा है कि जुबानी दावा भले किये जा रहे हों, लेकिन रण क्षेत्र के बड़े महारथी यानी कि हरदा, पुष्कर धामी तक की जीत को लेकर भी स्वयं उन्ही के दल और समर्थकों में आशंका व्याप्त है।
36 के जादुई आंकड़े को लेकर न कांग्रेस का थिंक टैंक और न ही भाजपा का प्रबंधन आश्वस्त है। सियासी जुबान से दावे तो दोनों तरफ से किये जा रहे हैं लेकिन वोटों का अंकगणित का खौफ़ सबकी सांसे थामे हुए है।
भाजपा कांग्रेस से इतर भी कुछ संभावनाएं चर्चाओं में हैं, यमनोत्री, केदारनाथ, देवप्रयाग, काशीपुर, बाजपुर, टेहरी के साथ हरिद्वार की 3 से 4 सीटों के नतीजे यदि कांग्रेस-भाजपा दोनों के पक्ष में न होकर तीसरे के पक्ष में जाते हैं तो 10 मार्च के पश्चात रोचक सियासी घटनाक्रम भी तय है।
भाजपा में ...