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अंतराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मलेन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर प्रवासीयों को सम्बोधित करते कृषि मंत्री गणेश जोशी  

अंतराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मलेन कार्यक्रम में प्रतिभाग कर प्रवासीयों को सम्बोधित करते कृषि मंत्री गणेश जोशी




देहरादून, 12 जनवरी। प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने देहरादून के एक निजी होटल में आयोजित अंतराष्ट्रीय प्रवासी उत्तराखण्डी सम्मलेन कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने विभिन्न देशों से कार्यक्रम उपस्थित प्रवासीयों का स्वागत एवं अभिनंदन किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कृषि मंत्री गणेश जोशी ने प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जिनके विशेष प्रयासों से उत्तराखण्ड में अधिक से अधिक निवेशकों को आकर्षित करने हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे है। उनका आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में कृषि उद्यान, हर्बल, आयुष एंड वैलनेस पर्यटन, एरोमेटिक इत्यादि में निवेश की आभार संभावनाएं हैं। कृषि मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि विभिन्न देशों में निवासरत उत्तराखंडियों के इस उत्साह से यह स्पष्ट है,कि अपनी मातृभूमि के प्रति उत्तराखंड प्रवासियों का उत्साह साफ झलक रहा है। उन्होंने उत्तराखंड प्रवासियों से आव्हान करते हुए कहा कि प्रदेश को प्राप्त प्रकृति के वरदान डबल इंजन के साथ संचालित आकर्षक योजनाओं तथा उपलब्ध मानव संसाधन का लाभ प्राप्त कर वृहद स्तर पर निवेश से प्रदेश के विकास में अपना सहयोग प्रदान करें। जिससे प्रदेश में बेरोजगारी एवं पलायन की समस्या के समाधान में भी अहम भूमिका निभा सकेगें।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की कृषि में आ रही बाधाओं, उपलब्ध प्राकृतिक ऐरोमैटिक फ्लोरा एवं एरोमैटिक सेक्टर के बढते बाजार के मध्यनजर राज्य सरकार द्वारा राज्य में ऐरोमैटिक सेक्टर का शुभारम्भ किया गया। कृषि मंत्री ने कहा कि सगन्ध पौधा केन्द्र (कैप), सेलाकुई के तकनीकी सहयोग से उत्तराखण्ड में 109 ऐरोमा कलस्टर विकसित किये गये है, जिनमें लगभग 28000 कृषकों द्वारा 9800 है० क्षेत्रफल में सगन्ध फसलों लेमनग्रास, डेमस्क गुलाब, तिमरु, तेजपात, मिन्ट एवं कैमोमिल आदि का कृषिकरण किया जा रहा है। उन्होंने कहा को ग्रामीण क्षेत्रों में एरोमैटिक फसलों का प्रसंस्करण करने हेतु आसवन संयत्र के रुप में 190 सूक्ष्म उद्यम इकाईयों की स्थापना कर स्थानीय स्तर पर रोजगार मुहैया कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के सगन्ध काश्तकारों द्वारा उत्पादित तेल / हर्ब का बाजार सुनिश्चित करने के उददेश्य से 22 सुगन्धित तेलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की सुविधा भी राज्य सरकार दे रही हैं। मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि कैप द्वारा पर्वतीय क्षेत्र मे उगने वाले तिमरू से ‘तिमूरू द उत्तराखण्ड” परफ्यूम विकसित किया गया है। जिसका व्यवसायिक उत्पादन प्रारम्भ कर दिया गया है तथा हाउस आफ हिमालय के माध्यम से विक्रय किया जा रहा है। इस दौरान कई उत्तराखंड प्रवासियों ने अपने विचार भी व्यक्त किए।
इस अवसर पर विधायक किशोर उपाध्याय, सचिव विनोद कुमार सुमन, सचिव दीपेंद्र चौधरी, कृषि एवं ग्राम्य विकास विभाग के अधिकारीगण एवं उत्तराखंडी प्रवासी उपस्थित रहे।

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