श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज़ के परिसर में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने पौधरोपण अभियान का शुभारंभ किया

श्री गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज में छात्र छात्राओं व डॉक्टरों ने लगाए औषधीय पौघे

छात्र-छात्राओं ने ली पौधों के रखरखाव व उन्हें सहेजने की जिम्मेदारी

तीन दिवसीय पौधारोपण कार्यक्रम 14 जुलाई तक चलेगा।

 

देहरादून।

 

श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज़ के परिसर में मेडिकल छात्र-छात्राओं ने पौधरोपण अभियान का शुभारंभ किया। तीन दिवसयी पौधारोपण अभियान (12 जुलाई से 14 जुलाई) के पहले दिन 50 पौधे लगाए गए। मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस 2021 बैच के 150 छात्र-छात्राओं ने इन पौधों के रखरखाव, संरक्षण एवम् संवद्धन की जिम्मेदारी लेते हुए पर्यावरण को सुरक्षित रखने की शपथ ली। पौधारोपण कार्यक्रम का आयोजन कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग की ओर से किया गया।
श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हैल्थ साइंसेज़ के प्राचार्य डॉ यशबीर दीवान ने रुद्राक्ष का पौधा लगाकर पौधारोपण अभियान का शुभारंभ किया। उप प्राचार्य एवम् कम्यूनिटी मेडिसिन के विभागध्यक्ष डॉ पुनीत ओहरी एवम् उप प्राचार्य डॉ ललित कुमार वार्ष्णेय ने नीम के पौधे लगाए। इसके अलावा मेडिकल छात्र-छात्राओं ने अमलतास, काचनार, अर्जुन, रुद्राक्ष, आडू, गुलमोहर, जकरंदा, फाइकस के पौधे रोपे। छात्र-छात्राओं के साथ 50 से अधिक मेडिकल फेकल्टी सदस्यों व श्री महंत इन्दिेरश अस्पताल के डाक्टरों पौधारोपण कर पर्यावरण संरक्षण की अलख जगाई।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ यशबीर दीवान ने कहा कि श्री गुरु राम राय मेडिकल कॉलेज के चेयरमैन श्रीमहंत देवेन्द्र दास जी महाराज का प्रकृति की ओर भारी झुकाव है। वह प्रकृति प्रेमी होने के साथ ही पर्यावरण के संरक्षण एवम् संवद्धन के लिए हमेशा तत्पर है, पौधरोपण कार्यक्रम इन्हीं प्रयासों की एक कड़ी है।
डॉ पुनीत ओहरी ने जानकारी दी कि यह पौधारोपण अभियान श्री गुरु राम राय इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एण्ड हेल्थ साइंसेज़ के कम्यूनिटी मेडिसिन विभाग के विभिन्न सामुदायिक कार्याें का हिस्सा है। उन्होंने जानकारी दी कि नेशनल मेडिकल काउंसिल (एनएमसी) का भी यह विजन है कि मेडिकल छात्र-छात्राएं व मेडिकल फेकल्टी पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें व अपनी भूमिका सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि पौधारोपण कार्यक्रम में चुने गए सभी पौधे औषधीय व सजावटी प्रजातियों के हैं, जिनके वृक्षों का मानव हितों व प्रर्यावरण हित के लिए औषधीय प्रयोग किया जाएगा साथ ही इन पर स्वादिष्ट फल व आकर्षक रंग बिरंगे फूल भी उगेंगे।

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