पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि वह वचन देना चाहते हैं कि उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार बना कर देंगे। उन्होंने उत्तराखंड की जनता से वादा करते हुए नारे के रूप में कहा कि बनाओ बनाओ कांग्रेस सरकार, लाओ लाओ कांग्रेस सरकार, गैस का सिलेंडर नहीं होने देंगे पांच सौ के पार। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी किसानों को वचन देना चाहती है कि यदि कांग्रेस सत्ता में आएगी तो किसानों के मुदकमों को वापस लेंगे।
किसानों के नुकसान की भरपाई करेंगे। पहले कांग्रेस ने कानून बनाया था। जो जमीनों पर लंबे समय से काबिज है उन्हें मालिकाना हक दिया जाएगा। कांग्रेस की सरकार जाने के बाद वर्तमान सरकार ने जमीनों के मालिकाना हक को पीछे रख दिया। कांग्रेस की पहली ऐसी सरकार होगी जो एमएसपी को लागू करेगी। कांग्रेस सत्ता में आते ही सौ यूनिट बिजली देगी एवं उसमें बिजली के बिलों की माफी सम्मलित होगी।
कांग्रेस ने अभी अपना घोषणा पत्र जारी किया, जिसमें चार लाख रोजगार पैदा किए जाएंगे। 57 हजार पद सरकार में खाली पड़े हैं। पहले साल में ही उनको भरने का कार्य किया जाएगा। कोरोना काल में स्वास्थ्य सेवाएं ध्वस्त हो गई थी। स्वास्थ्य सुधार कर गांव गांव पहुंचाएंगे। कहा ऐसे पांच लाख लोगों को चयनित करेंगे, जिनके कोराना काल में रोजागर बंद हो गए। उन परिवारों को चालीस हजार रुपया हर साल देने का कार्य किया जाएगा।
उत्तराखंड का राहुल से विशेष नाता:
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि राहुल गांधी का उत्तराखंड एवं तराई से विशेष नाता है। इस धरती को बसाने पं. जवाहर लाल नेहरू एवं पं. गोविंद बल्लभ पंत का बहुत बड़ा योगदान है। पाकिस्तान एवं पूर्वी बंगाल से विस्थापित होकर आए लोगों को यहां बसाया गया। जिससे पूरे देश को फायदा हुआ। तराई के रूप में एक अन्न भंडार पैदा हुआ।
जिसका श्रेय प. जवाहर लाल नेहरू एवं प. गोविंद वल्लभ पंत को जाता है। रावत ने कहा कि जब किसानों के ऊपर तीन काले कानून थोपे गये, उस समय राहुल गांधी ने पंजाब में तीन दिन ट्रैक्टर यात्रा को मुद्दे को उठाया। राहुल गांधी किसानों के ऊपर हुए अन्याय की आवाज उठाई। उसका परिणाम हुआ कि लोकतंत्र को कुचलने वाली सरकार को घुटने टेकने पड़े।