पूर्व सीएम हरीश रावत रामनगर से चुनाव लड़ेंगे, जबकि रणजीत रावत को सल्ट से मैदान में उतार जा सकता है ऐसी खबरें वायरल है
शनिवार को जारी कांग्रेस की पहली लिस्ट में अभी इन दोनों सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय नहीं हुए हैं। सूत्रों के अनुसार दो दिन से जारी स्क्रीनिंग कमेटी और केंद्रीय चुनाव कमेटी (सीईसी) की बैठक में यह विषय आया है। रावत कैंप कोशिश कर रहा है कि रामनगर सीट से प्रबल दावेदार रणजीत सिंह रावत खुद को सल्ट सीट पर शिफ्ट करने को सहमत हो जाएं।
स्क्रीनिंग कमेटी और सीईसी बैठक में शामिल रहे एक वरिष्ठ नेता ने इस संभावना की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि अब तक चुनाव लड़वाने पर फोकस कर रहे रावत रामनगर सीट को लेकर कुछ गंभीर दिखाई दिए हैं। हाईकमान ने भी रावत से चुनाव मैदान में उतरने की अपेक्षा की। कांग्रेस के प्रचार अभियान का मुखिया होने के नाते हाईकमान भी चाहता है रावत भाजपा को सीधे मैदान में टक्कर दें। रामनगर सीट रावत के लिए मुफीद भी मानी जाती है।
रावत कैंप के अनुसार पर्वतीय और मैदानी प्रकृति की सीट होने की वजह से रावत को इस सीट पर प्रचार-प्रसार करने में ज्यादा मेहनत भी नहीं करनी होगी। सूत्रों के अनुसार, इस सीट को लेकर रणजीत अभी अड़े हुए हैं। रणजीत को नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह का भी वरदहस्त हासिल है। इस विषय पर अभी हाल में कुछ शीर्ष नेताओं ने रणजीत के पक्ष में राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात की है।
सूत्रों के अनुसार रामनगर के साथ साथ सल्ट सीट पर अच्छा दखल होने की वजह से रणजीत को मनाने की कोशिश की जा रही है।रावत कैंप से जुड़े एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि फिलहाल यह बात प्रारंभिक स्थिति में है। रणजीत से अपेक्षा की जा रही है वो रावत की खातिर रामनगर सीट से लड़ने की इच्छा की कुर्बानी देकर सल्ट का रुख करने को सहमत हो जाएं। रणजीत से इस बारे में बातचीत भी की गई है। हालांकि अभी अंतिम सहमति नहीं बन पाई है।