Tuesday, February 18News That Matters

महाराज ने अमित शाह को बताया कि क्यों जरूरी है हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट

 

महाराज ने अमित शाह को बताया कि क्यों जरूरी है हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट

देहरादून। बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर हुई मुलाकात के दौरान प्रदेश के कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज ने उनसे हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की अनिवार्यता को लेकर चर्चा की।

उत्तराखंड के बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने आए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर गुरूवार को प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने उनसे शिष्टाचार भेंट की।

जौली ग्रांट एयरपोर्ट पर केंद्रीय गृह मंत्री  अमित शाह के साथ भोजन के दौरान श्री सतपाल महाराज के हरिद्वार में अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की अनिवार्यता के विषय में उनसे चर्चा करते हुए कहा कि उत्तराखंड की धार्मिक नगरी हरिद्वार में एक अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की नितांत आवश्यकता है।

केंद्रीय गृह मंत्री  अमित शाह ने  महाराज को आश्वस्त किया कि शीघ्र ही इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इस संबंध में जो भी पत्रावली हो उसे उन्हें उपलब्ध करवायी जाए।

प्रदेश के पर्यटन, लोक निर्माण, सिंचाई, धर्मस्व एवं संस्कृति मंत्री श्री सतपाल महाराज ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह को बताया कि उत्तराखंड और गुजरात का गहरा संबंध है। उन्होंने बताया कि भगवान श्री कृष्ण के पौत्र अनिरुद्ध की पत्नी और बाणासुर की पुत्री ऊषा, उत्तराखंड (हिमालय) की रहने वाली थीं, जब वह द्वारिका गई वह वहाँ पर उसने जमकर गर्भा नृत्य किया। जब उनसे पूछा गया कि उन्होने यह कहां से सिखा, तो उनका जवाब था कि यह नृत्य उन्होने अपनी माँ के गर्भ में ही सिखा था। तब से ही गुजरात के प्रमुख नृत्य का नाम “गर्भा नृत्य” पड़ा।

यह भी पढ़ें -  बीमा  सप्ताह का समापन मालदेवता स्थित धाद स्मृति वन में बोतल ब्रश नीलमोहर और अमलतास के पौधे रोपने के साथ हुआ.

 महाराज ने कहा कि राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड की हवाई कनेक्टिविटी होनी बेहद जरूरी है ताकि अमेरिका, बैंकुवर, कनाडा एवं ऑस्ट्रेलिया से फ्लाइटें सीधी उत्तराखंड पहुंच सकें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *