
चौबट्टाखाल: महाराज जीते तो जरूरत पड़ने पर हो सकते हैं सीएम मटेरियल
चौबट्टाखाल: महाराज जीते तो जरूरत पड़ने पर हो सकते हैं सीएम मटेरियल
त्रिवेंद्र का विधायक चुनाव न लड़ने और हरक का भाजपा से बेदखल होने के बाद प्रदेश भर में सतपाल महाराज के कद के कम ही नेता भाजपा में शेष रह गए हैं। ऐसे में उनके द्वारा वीर बाला तीलू रौतेली की भूमि चौबट्टाखाल का किला फ़तह करने और भाजपा का बहुमत में आने या बहुमत के करीब आने पर महाराज किन्ही परिस्थितियों में सीएम मटेरियल भी साबित हो सकते हैं।
2017 में भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे महाराज ने करीब 7 हज़ार वोटों से राजपाल बिष्ट को शिकस्त दी थी। इसमें दो राय नहीं कि महाराज को लेकर क्षेत्र में एन्टी इनकमबेंसी थी, राजपाल जो लगातार दो मर्तबा यहां से चुनाव लड़े थे, वह लगातार जमीनी तैयारियों पर भी जुटे थे। लेकिन बावजूद क्षेत्र में स्थानीयता के भावनात्मक मुद्दे के हमेशा हावी रहने के ट्रेंड को देखते हुए, कांग्रेस के स्थानीय छत्रपों की मां...