कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं को देखते हुए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक राज्य के 14500 गांवों तक अपनी पहुंच बनाएंगे। हर गांवों में संघ के कम से दो स्वयंसेवक तैयार किए जाएंगे, जो टीकाकरण से छूट गए लोगों को वैक्सीन की डोज लेने के लिए तैयार करेंगे।
इस अभियान में संघ के सभी आनुषांगिक संगठन सक्रिय भागीदारी करेंगे। यह निर्णय बुधवार को क्लेमेंटटाउन स्थित एक रिजोर्ट में हुई राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की समन्वय बैठक में लिया गया। बैठक में विधानसभा चुनाव पर भी चर्चा होनी थी। लेकिन सूत्रों के मुताबिक संघ नेताओं ने कोरोना की तीसरी लहर की आशंकाओं से निपटने की रणनीति पर ही फोकस किया।
न्याय पंचायत तक स्वयंसेवकों को प्रशिक्षण
बैठक में निर्णय लिया गया कि संघ और उसके आनुषांगिक संगठनों के कार्यकर्ता न्याय पंचायत स्तर तक लोगों को कोरोना के प्रति जागरूक करने का काम करेंगे। इसके लिए गुरुवार से इसका प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा। प्रदेश, ब्लाक और न्याय पंचायत स्तर पर ये प्रशिक्षण कार्यक्रम चलेंगे। बैठक में तय हुआ कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में जिन बच्चों ने अपने माता-पिता को खो दिया है, उनकी एक सूची तैयार होगी। सरकार के स्तर पर उनके लिए जो योजना बनाई गई है, उसका लाभ दिलाने के लिए स्वयंसेवक व कार्यकर्ता बैंक खाते व अन्य कागजी प्रक्रिया को पूरा कराने का काम करेंगे।