सीमांत मुनस्यारी में जवानों संग चाय की चुस्कियां, सीएम धामी बोले – यहां की हर वादी में बसती है ऊर्जा!

देवभूमि उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र मुनस्यारी की ठंडी सुबह उस समय और भी खुशनुमा हो गई, जब मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीमा की रक्षा में तैनात आईटीबीपी के जवानों और स्थानीय नागरिकों के साथ बैठकर चाय की चुस्कियों का आनंद लिया। मुख्यमंत्री का यह सहज, आत्मीय और जनसंपर्क से भरा अंदाज़ देखकर हर कोई उत्साहित नजर आया।
प्रातःकालीन भ्रमण के दौरान सीएम धामी ने जवानों से उनके अनुभव साझा किए, उनकी ड्यूटी की परिस्थितियों के बारे में जानकारी ली और उनके हौसले की खुलकर सराहना की। उन्होंने कहा कि “सीमा पर तैनात हमारे वीर जवान ही राष्ट्र की असली ताकत हैं। कठिनतम परिस्थितियों में भी उनका समर्पण और साहस पूरे देश के लिए प्रेरणा है।”
मुख्यमंत्री धामी ने स्थानीय जनता का भी हालचाल जाना और उनसे सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं के प्रभाव को लेकर बातचीत की। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार सीमांत इलाकों के विकास के लिए संकल्पित है। सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन जैसी बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ़ करने के लिए योजनाएं लगातार क्रियान्वित की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने मुनस्यारी की प्राकृतिक सुंदरता की प्रशंसा करते हुए कहा कि “मुनस्यारी वास्तव में धरती पर बसे स्वर्ग जैसा है। यहां की मनमोहक वादियां, शुद्ध पर्वतीय हवा और शांत वातावरण में एक अलग ही ऊर्जा और प्रेरणा का अनुभव होता है।” उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार इस क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र पर विशेष पहचान दिलाने के लिए ठोस कदम उठा रही है।
धामी ने सीमांत क्षेत्र के निवासियों के उत्साह, देशभक्ति और आत्मनिर्भरता की भी सराहना की। उन्होंने कहा कि “मुनस्यारी के लोग सीमांत के प्रहरी हैं — जो न केवल सीमा की सुरक्षा में जवानों का साथ देते हैं, बल्कि अपने परिश्रम और संस्कृति से उत्तराखंड की पहचान को मजबूत करते हैं।”
चाय की प्याली में घुली आत्मीयता और बातचीत के उस गर्मजोशी भरे माहौल ने मुनस्यारी की सुबह को यादगार बना दिया। जवानों के चेहरों पर मुस्कान थी और स्थानीय लोगों में उत्साह — यह दृश्य अपने आप में एक संदेश था कि राज्य सरकार सीमांत क्षेत्रों के साथ खड़ी है।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि सीमांत क्षेत्रों का विकास ही उत्तराखंड के सर्वांगीण विकास की कुंजी है। उन्होंने विश्वास जताया कि सामूहिक प्रयासों से मुनस्यारी न केवल राज्य बल्कि पूरे देश के पर्यटन मानचित्र पर अपनी नई पहचान बनाएगा।

