Tuesday, December 10News That Matters

तीसरी जी-20 बैठक को लेकर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद, और निखरा ऋषिकेश क्षेत्र का रूप

तीसरी जी-20 बैठक को लेकर व्यवस्थाएं चाक-चौबंद, और निखरा ऋषिकेश क्षेत्र का रूप

 

-रविवार को भारी बारिश के बावजूद व्यवस्थाओं को अंतिम रूप देने में जुटे रहे mdda अधिकारी

 

-बीते रोज से ही विदेशी मेहमानों के उत्तराखंड पहुँचने का सिलसिला है जारी

 

 

देहरादून। 26 जून से देवभूमि उत्तराखंड के ऋषिकेश क्षेत्र में शुरू होने जा रही तीसरी जी-20 बैठक को लेकर चाक-चौबंद व्यवस्थाएं की गई हैं। मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण के अधिकारी रविवार को भारी बारिश के बावजूद मोर्चे पर डटे रहे। वहीं, प्राधिकरण की मेहनत का असर स्पष्ट रूप से जी-20 बैठक के लिए प्रस्तावित स्थलों पर स्पष्ट नजर आ रहा है। 

पहली बार उत्तराखंड को भी जी-20 की मेजबानी का मौका मिला है। कुल तीन बैठकें देवभूमि में रखी गई, जिनमें से दो पूर्व में रामनगर एवं ऋषिकेश क्षेत्र में मई माह में सम्पन्न हो चुकी हैं। 26 से 28 जून तक होने वाली अंतिम जी-20 के लिए एक बार फिर ऋषिकेश क्षेत्र मेजबान होगा। ऐसे में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही। इस बैठक के लिए बीते रोज से ही विदेशी मेहमानों के पहुँचने का सिलसिला शुरू हो चुका है। जिनका जॉलीग्रांट एयरपोर्ट पर उत्तराखंड की पारंपरिक और रंग बिरंगी संस्कृति की छटाओं के साथ स्वागत किया जा रहा है। पूर्व में हुई दो बैठकों में भी मई माह में हुई जी-20 बैठक में विदेशी मेहमानों को जहां मुनी-की-रेती में गंगा तट पर आरती के जरिये देवभूमि के आध्यात्मिक पक्ष से रूबरू कराया गया तो वहीं, टिहरी के गांव में विदेशियों को ले जाकर उन्हें पहाड़ी लोगों की जीवनशैली से भी अवगत कराया गया।

इस बैठक के लिए प्राधिकरण स्तर से भव्य रूप से कार्यों को किया जा रहा है। एमडीडीए उपाध्यक्ष वंशीधर तिवारी ने बताया कि ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र के सौंदर्यीकरण की जिम्मेदारी एमडीडीए को दी गई है। ऐसे में बाजारों में फसाड को एक समान रूप से किया गया है। इसके अलावा जॉलीग्रांट से लेकर रानीपोखरी आदि रास्ते में सभी भवनों को एक रंग में रंगा गया है। रविवार को भारी बारिश के बीच आज भी ऋषिकुंड के सौंदर्यीकरण के साथ ही साथ त्रिवेणी घाट पर आरती की तैयारी और साज-सज्जा का काम एमडीडीए की टीम द्वारा किया जा रहा है। नटराज चौक से त्रिवेणी घाट की तरफ जाने वाली सड़क का सौंदर्य भी निखरकर सामने आ रहा है।

 

यह भी पढ़ें -  सिस्टम को दिखाया आईना : सीमान्त गांव जुम्मा में पानी का है संकट ग्रामीणों की खेती बाड़ी भी चौपट परेशान ग्रामीणों ने खुद सभला मोर्चा बनाई कुल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *