नैनीताल भाजपा जिलाध्यक्ष प्रदीप बिष्ट के हीरानगर आवास में मंगलवार देर रात करीब 12.30 बजे जोरदार धमाका हुआ। इससे घर का मुख्य गेट, दरवाजे व खिड़कियां तक ध्वस्त हो गईं। धमाका इतना जोरदार था कि पूरा क्षेत्र दहल उठा। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस व प्रशासनिक टीम ने पहुंच घेराबंदी कर जांच शुरू कर दी। मौके पर मौजूद जिलाधिकारी धीराज सिहं गर्बयाल ने बताया कि जांच के बाद ही पता चलेगा कि धमाका किस चीज से हुआ है। फिलहाल जिलाध्यक्ष के आवास में बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है। इसकी जांच में फॉरेंसिक टीम की भी मदद ली जाएगी।

प्रदीप बिष्ट का हल्द्वानी कोतवाली क्षेत्र के हीरानगर में पार्क के सामने आवास है। पुलिस के अनुसार रात करीब 12.30 बजे जोरदार धमाका हुआ। भूतल की खिड़कियां और दरवाजे तक उखड़कर दूर जा गिरे। एक कमरे की दीवार भी बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। मामले की जानकारी मिलते ही एसपी सिटी, सीओ हल्द्वानी, एसडीएम मनीष सिंह, सिटी मजिस्ट्रेट रिचा सिंह मौके पर पहुंच गए।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश
घटना का मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संज्ञान लिया। उन्होंने डीआइजी को जांच का आदेश देकर खुद भी जिलाध्यक्ष से बात की। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक ने भी जिलाध्यक्ष से बातकर ढांढ़स बंधाया। भाजपा जिलाध्यक्ष नैनीताल प्रदीप बिष्ट ने बताया किधमाका कैसे हुआ कुछ पता नहीं। लेकिन नुकसान बहुत हुआ है। जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
आकाशीय बिजली के दावे पर उठे सवाल
एसपी सिटी ने मकान पर बिजली गिरने की आशंका जताई। लेकिन घटनास्थल के हालात और मौसम उनके इस दावे पर प्रश्नचिह्न खड़े कर रहे थे। अगर आकाशीय बिजली गिरती तो मकान के प्रथम तल पर भी नुकसान होता। लेकिन ऐसा नहीं हुआ है। बस मकान के भूतल के कमरों में ही नुकसान हुआ है। पांचों कमरों के दरवाजे व खिड़कियां क्षतिग्रस्त हुई हैं।
लगा कि कहीं बम फटा हो
जिलाध्यक्ष के घर के आसपास के लोगों ने बताया कि देर रात जोरदार धमाका हुआ। लगा कि कहीं बम फटा हो। सभी बाहर निकले तो प्रदीप बिष्ट के आवास के भूतल के दरवाजे व खिडंकियां सड़क पर गिरी पड़ी थीं। किसी अनहोनी की आशंका में उनके घर की तरफ भीड़ उमड़ी। लेकिन जिलाध्यक्ष सहित उनका पूरा परिवार सही सलामत मिला।
[15/09, 8:27 am] Suraj Office: अल्मोड़ा : पर्यटक स्थल डीनापानी से लगे मटेना गांव में युवक ने पत्नी की निर्मम हत्या कर दी। उसने पहले दीवार व जमीन पर उसका कई बार सिर पटका। महिला के दम तोडऩे के बावजूद वह क्रूरता की हदें पार करता गया। वारदात को दुर्घटना दर्शाने के मकसद से रसोईघर में जला डाला। ताकि गैस रिसाव से विवाहिता की मौत जैसे हालात बन जाएं। मगर हकीकत सामने आई तो उसका असली चेहरा भी उजागर हो गया। पुलिस ने हत्यारोपित को गिरफ्तार कर लिया। मुकदमा दर्ज करने के बाद उसे जेल भेज दिया गया है।
सनसनीखेज मामला जिला मुख्यालय से करीब 14 किमी दूर मटेना गांव (हवालबाग ब्लॉक) का है। कृष्णा उर्फ किशन लाल पुत्र सुंदर लाल दिल्ली की एक कंपनी में टैक्सी ड्राइवर था। बीते वर्ष वैश्विक महासंकट कोरोना के चलते लॉकडाउन लगा तो वह बेरोजगार हो गया। गांव वापस लौट कर वह मजदूरी करने लगा। बताते हैं कि बीती रात उसने दोस्तों के साथ शराब पी। घर जाते वक्त उसका एक युवक से विवाद हो गया। माहौल बिगडऩे की आशंका में पत्नी उसे समझाने पहुंची। तैश में आकर उसने पत्नी से ही झगडऩा शुरू कर दिया। जब विवाहिता ने सख्ती से घर चलने को कहा तो आपा खोए कृष्णा उर्फ किशन लाल ने जानलेवा हमला कर दिया।
ग्रामीणों के अनुसार निर्ममता से उसके बाल पकड़ कर सिर दीवार पर पटकना शुरू कर दिया। वह बेहोश होकर नीचे गिरी तो जमीन पर सिर पटका गया। कमरे में जगह जगह खून फैल गया। इससे विवाहिता ने मौके पर ही दम तोड़ दिया।