आज किसानों की एक दिवसीय भूख हड़ताल बोले हरीश रावत मैं किसान का बेटा हूं, स्वयं किसान हूं और मुझे किसानों के संघर्ष पर गर्व है।
नए कृषि कानूनों (New Farm Laws) के खिलाफ किसानों का विरोध प्रदर्शन (Farmer Protest) जारी है। 4 हफ्तों से दिल्ली की सीमा पर डटे किसान पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। इस बीच किसानों ने आज एक दिवसीय भूख हड़ताल (Farmers Hunger Strike) का भी ऐलान किया है। दूसरी तरफ सरकार ने किसानों को फिर से बातचीत का न्योता भेजा है, साथ ही कहा है कि किसान तारीख अपनी सुविधानुसार तय करें।
आज किसानों की एक दिवसीय भूख हड़ताल
किसानों ने ऐलान किया कि सोमवार को यानी आज एक दिवसीय रिले भूख हड़ताल करेंगे। इसके साथ ही 25 से 27 दिसंबर तक हरियाणा में राजमार्गों पर टोल वसूली को भी मुफ्त करेंगे। वहीं 23 दिसंबर यानि किसान दिवस के दिन भारतीय किसान यूनियन नेता राकेश टिकैत ने लोगों से अपील की है कि 23 दिसंबर को एक दिन का उपवास रखें।
कांग्रेस नेता ओर पूर्व प्रदेश प्रवक्ता मनीष लिखते है कि किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए हरीश रावत के दिशा निर्देश पर Satpal Brahmchari जी के नेतृत्व मे दिल्ली गाजीपुर बॉर्डर पर धरती पुत्रो के साथ इस महायज्ञ मे एक छोटी सी आहुति देने का सौभाग्य प्राप्त हुआ
जय जवान जय किसान
वही पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत लिखते है कि
किसान का बेटा हरीश रावत अपनी सहयोगी ममता राकेश जी, फुरकान अहमद जो सम्मानित विधायक हैं हरिद्वार से, झबरेड़ा से । राजपाल व आदित्य राणा, पूर्व मंत्री ।मनोहर लाल जी, सतपाल ब्रह्मचारी , मनीष कर्णवाल और किसानों के हितैषी नेतागणों के साथ जिनमें हमारे सहयोगी । जगतार सिंह बाजवा जी भी सम्मिलित हैं, हम इस आंदोलन में दिवंगत हुये 35 किसानों को अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं और इस किसान धरना स्थल से किसान एकता जिंदाबाद का स्वर बुलंद करते हैं।
मैं किसान का बेटा हूं, स्वयं किसान हूं और मुझे किसानों के संघर्ष पर गर्व है।
मैं इतना ही कहना चाहता हूं सत्ता के लोगों से कि, भगवान व अन्नदाता किसान से कोई नहीं जीता है
और आज भी जीत किसान की होगी।
किसानो के मुद्दे पर राजनीति कर रहे है कांग्रेस और बामपंथी:बोले भगत
तो उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि देश भर में किसानो को उकसाकर कांग्रेस और बामपंथी राजनीतिक रोटिया सेक रहे है।
भगत ने कहा कि जनता अब कांग्रेस को गंभीरता से नही ले रही है क्योकि घपले घोटालो में संलिप्तता के चलते और अराजकता के कारण कांग्रेस देश भर में सिमट रही है और अस्तित्व के लिए संघर्ष कर रही है।