नैनीताल: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में आज भी कई समस्याओं से दो चार होना पड रहा है। इन क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं का भी अभाव है। ऐसा ही एक गाँव नैनीताल जिले में है, जहां पानी की समस्या बनी रहती है। आलम यह है कि, यहाँ शादियां आदि जैसे फंक्शन बजट पर नहीं बल्कि पानी की व्यवस्था पर आधारित है। गर्मीयों में तो और भी बुरा हाल हो जाता है, जिससे गांव में गर्मियों के महीनों में शादियां होती ही नहीं हैं।

नैनीताल जिले के बेतालघाट ब्लॉक के घंघरेठी गांव के तोक चौड़ा में ये पेयजल संकट कई समय से है। यहां पानी की समस्या ऐसी की रोजाना करीब दो किलोमीटर दूर प्राकृतिक जल स्रोत से महिलाएं, बच्चे,बड़े, बूढ़े सिर पर पानी ढोकर खड़ी चढ़ाई पार कर गांव पहुंचते हैं। एक दिन ही नहीं बल्कि रोजाना पानी ढोना नियति बन चुका है। गांव में ग्राम समूह की योजना तो है, पर गांव के समीप स्थित प्राकृतिक जलस्रोत सूख जाने से पेयजल बड़ी समस्या बन चुका है। अब हालात यह है कि ग्रामीण अपने बच्चों की शादी भी पानी की व्यवस्था देख कर करते हैं।
पानी की समस्या का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि, जब रिश्ते की बात तय होती है तब पेयजल व्यवस्था को ध्यान में रख दिन तारीख तय की जाती है। गांव में लोग कई वर्षों से पानी की बूंद बूंद को तरस रहे हैं। वाहन के माध्यम से पानी भुजान बेतालघाट मोटर मार्ग तक पहुंचाया जाता है, जहां से ड्रम व डब्बों को घोड़ों में लाद गांव तक पहुंचाया जाता है तब जाकर आगे के कार्यक्रम संपन्न हो पाते हैं।
ग्रामीणों ने गांव में पेयजल व्यवस्था दुरुस्त किए जाने की पुरजोर मांग उठाई है। चेताया भी है कि यदि पेयजल की व्यवस्था दुरुस्त नहीं की गई तो आंदोलन की रणनीति भी तैयार की जाएगी।