हरीश रावत बोले : कोरोना की तीसरी लहर की बात वैज्ञानिक भी कह रहे हैं विशेषज्ञ भी कह रहे हैं, प्रशासक भी कह रहे हैं, मगर न दिल्ली में न उत्तराखंड में उससे बचाव के उपाय क्या होंगे, उस पर कोई काम होता दिखाई नहीं दे रहा
पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत कहते है कि कोरोना की तीसरी लहर की बात वैज्ञानिक भी कह रहे हैं विशेषज्ञ भी कह रहे हैं, प्रशासक भी कह रहे हैं, मगर न दिल्ली में, न उत्तराखंड में उससे बचाव के उपाय क्या होंगे, उस पर कोई काम होता दिखाई नहीं दे रहा है। केरल के अंदर संक्रमण बहुत ज्यादा बढ़ सकता है, कर्नाटक में भी स्थिति खराब है। ऐसा लग रहा है जैसे तीसरी लहर कभी भी दस्तक दे सकती है, मगर राज्य सरकार को खतरे का अहसास होते हुये भी खतरे से निपटने के प्रबंध करते हुये हम देख नहीं रहे हैं। उत्तराखंड जैसे राज्यों में तो नागरिकों की सचेतता व सचेष्टता ही सर्वाधिक प्रभावी बचाव है। हमने पिछली बार लोगों से आग्रह किया था कि self-imposed कर्फ्यू आप अपने परिवार व अपने ऊपर स्वयं प्रतिबंध लगाइए और कम से कम बाजारों में जाइए। इस बार भी मास्क, एक दूसरे से दूरी और इस तरीके के उपाय ताकि भीड़भाड़ कम हो उसके लिए प्रचार-प्रसार होना आवश्यक है। मैं भी उसी कड़ी में ये ट्वीट आप सबकी सेवा में पोस्ट/साझा कर रहा हूंँ।