भ्रष्टाचार पर चोट, युवाओं को रोजगार, और हर आपदा में तत्पर – यही है धामी मॉडल: थपलियाल
देहरादून नगर निगम की मेयर सौरभ थपलियाल ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व और कार्यशैली की जमकर तारीफ की है। मेयर थपलियाल ने कहा कि मुख्यमंत्री धामी हर आपदा में स्वयं ग्राउंड ज़ीरो पर पहुंच कर स्थिति की समीक्षा करते हैं और राहत व बचाव कार्यों की अगुवाई करते हैं। उन्होंने –
*इसे “एक सच्चे जननेता की पहचान” बताया* , मेयर ने कहा,
“सिल्कयारा टनल हादसा हो, केदारनाथ पैदल मार्ग की आपदा हो, टिहरी का बूढ़ा केदार, धराली, थराली, रुद्रपुर या हरिद्वार—हर आपदा में मुख्यमंत्री धामी सबसे पहले मौके पर पहुँचे हैं। बताइए, कहां पर वह नज़र नहीं आए?”
*आपदा प्रबंधन में सुधार का दावा*
मेयर सौरभ थपलियाल ने कहा कि *राज्य का आपदा प्रबंधन अब कहीं अधिक मजबूत हुआ है और इसका श्रेय धामी सरकार को जाता है*।
“*आपदाएं कहकर नहीं आतीं, लेकिन उनसे होने वाले नुकसान को कम किया जा सकता है। यही काम मुख्यमंत्री धामी ने किया है*।”
भ्रष्टाचार और रोजगार पर बात
उन्होंने कहा कि पिछले 5 वर्षों में उत्तराखंड में भ्रष्टाचार पर लगाम लगी है और इसी का परिणाम है कि 25,000 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां मिली हैं।
“*नकल विरोधी कानून लाकर धामी सरकार ने साफ संदेश दिया कि युवाओं के भविष्य से कोई खिलवाड़ नहीं होगा*।”
*भाजपा नेताओं को भी दी चेतावनी*
बयान में *मेयर थपलियाल ने पार्टी के कुछ नेताओं पर अप्रत्यक्ष निशाना साधते हुए कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं को अपनी बात पार्टी मंच पर रखनी चाहिए, न कि सोशल मीडिया या सार्वजनिक मंचों पर*।
“*किसी को भी अपनी बात रखने का अधिकार है, लेकिन वह पार्टी फोरम में होनी चाहिए। जो नेता सोशल मीडिया पर बयानबाज़ी कर रहे हैं, उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि यह पार्टी अनुशासन के खिलाफ है*।”
*मुख्यमंत्री से विकास कार्यों में सहयोग*
देहरादून मेयर ने यह भी कहा कि नगर निगम द्वारा जब भी विकास के लिए मुख्यमंत्री से सहायता मांगी गई, उन्होंने तुरंत सकारात्मक प्रतिक्रिया दी।
“मुख्यमंत्री धामी राज्यहित में लगातार काम कर रहे हैं। जब भी हमने मदद मांगी है, हमें निराश नहीं किया गया।”
आपको बता दे
सौरभ थपलियाल का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भाजपा के कुछ गिने चुने नेता अपने व्यक्तिगत स्वार्थ के लिए असंतोष के संकेत दे रहे हैं। *ऐसे में मेयर का यह खुला समर्थन मुख्यमंत्री के लिए एक महत्वपूर्ण राजनीतिक संदेश के रूप में देखा जा रहा है की धामी जी आप कम कीजिए, हम सब आपके साथ हैं*