उत्तराखंड स्थापना दिवस पर बना रिकॉर्ड — अब तक की सबसे बड़ी सभा

उत्तराखंड की स्थापना के 25 वर्ष पूरे होने पर रविवार को देहरादून के प्रतिष्ठित वन अनुसंधान संस्थान (एफआरआई) में ऐसा नज़ारा देखने को मिला, जो अब तक के सभी आयोजनों से अलग और अभूतपूर्व था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगमन को देखने-सुनने के लिए जनसैलाब उमड़ पड़ा। अनुमान के अनुसार, डेढ़ लाख से अधिक लोग कार्यक्रम स्थल पर मौजूद थे। यह भीड़ उत्तराखंड के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी बताई जा रही है।
सुबह से उमड़ा जनसैलाब
रविवार सुबह से ही राज्य के विभिन्न जिलों, पहाड़ी और मैदानी इलाकों से लोग मोदी जी की एक झलक पाने को देहरादून की ओर रवाना हो गए थे। कई लोग रातभर यात्रा कर सुबह-सुबह एफआरआई पहुंचे। विशाल मैदान में जनसमूह के उत्साह ने पूरे माहौल को ऊर्जा और उमंग से भर दिया।
लोग “मोदी-मोदी” और “जय उत्तराखंड” के नारों से वातावरण गुंजा रहे थे।
सुरक्षा और व्यवस्था में कोई कमी नहीं
प्रशासन ने भारी भीड़ को देखते हुए सख्त सुरक्षा व्यवस्था की थी। पुलिस, एसपीजी और अर्धसैनिक बलों के जवानों ने पूरे कार्यक्रम स्थल को सुरक्षा घेरे में रखा। प्रवेश द्वारों पर गहन जांच के बाद ही लोगों को अंदर प्रवेश दिया जा रहा था। भीड़ नियंत्रण और निष्क्रमण के लिए भी विशेष प्रबंध किए गए थे।
मोदी का उत्तराखंड से आत्मिक
लगाव
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि उत्तराखंड न केवल देवभूमि है, बल्कि यह वीरभूमि भी है। उन्होंने कहा कि यहां की मिट्टी में त्याग, तप और सेवा की भावना रची-बसी है।
मोदी ने उत्तराखंड के विकास के लिए केंद्र सरकार की प्रतिबद्धता दोहराते हुए कहा कि पिछले एक दशक में राज्य को 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की सौगात दी जा चुकी है।
उन्होंने कहा — “उत्तराखंड का विकास मेरे हृदय के बहुत करीब है। यहाँ की जनता का स्नेह और आशीर्वाद मुझे हमेशा नई ऊर्जा देता है।”
जनता ने दिया प्रधानमंत्री को भरपूर आशीर्वाद
कार्यक्रम में शामिल हर वर्ग के लोगों ने मोदी के प्रति अपना स्नेह और समर्थन व्यक्त किया। कई लोगों ने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में उत्तराखंड ने विकास की नई ऊँचाइयाँ छुई हैं और आने वाले वर्षों में राज्य देश के अग्रणी प्रदेशों में गिना जाएगा।

