परिवारवाद नहीं, विकासवाद ही बिहार की पहचान बनेगाः सीएम धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गुरुवार को बिहार विधानसभा चुनाव के तहत कल्याणपुर विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी सचिंद्र प्रसाद सिंह के समर्थन में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। यह मुख्यमंत्री धामी का बिहार का दूसरा दौरा है। इससे पहले वे दो जनसभाओं को संबोधित कर एक रोड शो में भी शामिल हो चुके हैं।
अपने संबोधन की शुरुआत में मुख्यमंत्री धामी ने बिहार की पवित्र भूमि को नमन करते हुए कहा कि “मैं भगवान गौतम बुद्ध और सम्राट अशोक की इस पवित्र भूमि तथा सीता माता की शरण स्थली रही पूर्वी चंपारण की भूमि को शीश झुका कर नमन करता हूं।” उन्होंने कहा कि जिस प्रकार उत्तराखंड आध्यात्म की भूमि है, उसी प्रकार बिहार संस्कृति और गौरव की भूमि रही है। चाहे हरियाणा हो या मध्य प्रदेश, गुजरात, छत्तीसगढ़ या दिल्ली सभी जगह डबल इंजन की सरकारों ने विकास को नई ऊंचाई दी है। बिहार में भी यही विकास यात्रा आगे बढ़ेगी।
उन्होंने विपक्ष पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि गप्पू और पप्पू के गठबंधन ने लोगों को ठगकर अपनी तिजोरियां भरने का कार्य किया है। लालू और राबड़ी ने पूरे बिहार को गरीबी के दलदल में धकेला था। उस समय कानून-व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं थी, हर सरकारी योजना में भ्रष्टाचार होता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार नक्सलवाद और जंगलराज से मुक्त हुआ है। मोदी सरकार ने बीते 11 वर्षों में बिहार के समग्र विकास हेतु साढ़े नौ लाख करोड़ रुपये से अधिक की योजनाएं स्वीकृत की हैं। लालू और राबड़ी के शासनकाल में जहां उद्योग बिहार से भाग जाते थे, वहीं आज एनडीए की सरकार में बिहार की जीडीपी में उद्योगों की भागीदारी लगातार बढ़ रही है।”
उन्होंने कहा कि बिहार में परिवारवाद की राजनीति करने वाले लोग विकास की नीति का विरोध कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री धामी के भाषण के दौरान सभा स्थल पर “धाकड़ धामी ज़िंदाबाद” और “मोदी-धामी-नितीश सरकार ज़िंदाबाद” के नारे गूंज उठे।
इस अवसर पर बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री संतोष सुमन भी मौजूद रहे।

