
चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर में गोपीनाथ मंदिर के आसपास के निवासियों को अपने भवनों के विस्तार एवं नए निर्माण करने में पुरातत्व विभाग के नियमों के आड़े आने के कारण दिक्कतें आती है। बलूनी ने मंत्री से अनुरोध किया कि मंदिर की गरिमा के संरक्षण के साथ-साथ भवन निर्माण हेतु नियमों में शिथिलता प्रदान की जाय
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख और गढ़वाल सांसद अनिल बलूनी ने केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री से भेंट की और गढ़वाल लोकसभा के अंतर्गत महत्वपूर्ण लोक विरासत के केंद्रों एवं पुरातात्विक महत्त्व के स्मारकों के संरक्षण एवं उन्नयन हेतु चर्चा की
सांसद बलूनी ने प्रसिद्ध कण्वाश्रम कोटद्वार को विश्व पटल पर उभारने के लिए मंत्री से अनुरोध किया, पूर्व में भी इन महत्वपूर्ण केन्द्रों के लिए मंत्री से पत्राचार हुआ है। मंत्री ने कहा कि बहुत जल्द पुरातत्व विभाग का उच्च स्तरीय अधिकारियों की टीम कण्वाश्रम का दौरा करेगी और स्मारकों के संरक्षण, सुरक्षा एवं विकास की संभावनाओं का आंकलन करेगी।
वही बलूनी ने बताया कि मलेथा स्थित वीर माधो सिंह भंडारी की ऐतिहासिक गूल (नहर) के संरक्षण एवं रखरखाव के लिए भी मंत्री से चर्चा हुई, साथ ही उनसे इसे पुरातत्व महत्त्व का स्थान घोषित करने की भी मांग की। पूर्व में निवेदित वीरांगना तीलू रौतेली से जुड़े स्मारकों के संरक्षण का मंत्री जी से निवेदन किया।
चमोली जिले के मुख्यालय गोपेश्वर में गोपीनाथ मंदिर के आसपास के निवासियों को अपने भवनों के विस्तार एवं नए निर्माण करने में पुरातत्व विभाग के नियमों के आड़े आने के कारण दिक्कतें आती है। बलूनी ने मंत्री से अनुरोध किया कि मंदिर की गरिमा के संरक्षण के साथ-साथ भवन निर्माण हेतु नियमों में शिथिलता प्रदान की जाय।
वही मंत्री ने लोक महत्व के इन सभी नायक नायिकाओं के स्मारकों और केंद्रों के संरक्षण हेतु सांसद बलूनी को आश्वस्त किया।
सांसद बलूनी केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री से गढ़वाल में पहले से पुरातात्विक स्थानों के रख-रखाव को और बेहतर करने की मांग की। उन्होंने इस पर सहमति देते हुए गढ़वाल लोकसभा में पुरातात्विक महत्त्व के सभी मोनुमेंट्स के भी संरक्षण और संवर्धन को लेकर आश्वस्त किया