अच्छी खबर :न्यू ईयर पर नही रहेगा देवभूमि में अँधेरा,यूपीसीएल की चौकस व्यवस्था
प्रदेष के सम्मानित विद्युत उपभोक्ताओं के लिये उत्तम गुणवत्ता एवं उचित दरों पर बिजली की उपलब्धता हेतु यूपीसीएल हमेषा से कटिबद्ध है। चुनौती पूर्ण प्रतिस्पार्धात्मक परिस्थितियों के बावजूद यूपीसीएल पूरे प्रदेष में हर गांव, हर घर तक सुचारू रूप से विद्युत की मांग की आपूर्ति सतत बनाये रखने हेतु संकल्पित है। प्रबन्ध निदेषक के कुशल नेतृत्व तथा इनोवेटिव पावर पर्चेज स्ट्रेटजी के फलस्वरूप यूपीसीएल द्वारा प्रदेष भर के विरल-अविरल उद्योगों, षहरों, दूर दराज गाँवों में सुचारू विद्युत आपूर्ति बनाये रखने में सफलता प्राप्त की है।
उत्तराखण्ड के शहरों, कस्बों, ग्रामीण क्षेत्रों तथा उद्योगों में विज्ञप्ति जारी किये जाने तक यूपीसीएल स्तर से कोई षेड्यूल रोस्टरिंग नहीं की गई है तथा कुल अनुमानित विद्युत माँग 45.91 मिलियन यूनिट की है जिसमें विभिन्न स्त्रोतों से यूपीसीएल द्वारा अनुमानित विद्युत मांग के सापेक्ष विद्युत की उपलब्धता (कुल उपलब्धता 40.59 एम०यू० तथा 5.49 एम०यू० पावर पर्चेज से) षतप्रतिषत सुनिष्चित की जायेगी। उपरोक्त के अनुसार यूपीसीएल के स्तर से किसी भी प्रकार की कटौती सम्भावित नहीं है। जागरूक जनमानस के सहयोग तथा प्रबन्ध निदेषक के मार्गदर्शन में ही ऐसी विद्युत आपूर्ति प्रदान किया जा पाना संभव हो पा रहा है।
भविष्य में भी बेहतर विद्युत आपूर्ति की निरन्तरता बनाये रखने हेतु प्रबन्ध निदेषक द्वारा षीतकाल में प्रदेष भर में तथा मुख्य तीर्थाटन एवं पर्यटन स्थलों यथा मसूरी, औली, लैंसडाउन, जोषीमठ, धनौल्टी, ऋशिकेष, हरिद्वार, चमोली, चकराता, राजाजी नेषनल पार्क, टिहरी, देवप्रयाग, चंबा, हर्शिल इत्यादि के साथ-साथ चारों धामों के षीतकालीन पूजा स्थलों में सुचारू विद्युत आपूर्ति सुनिष्चित करने हेतु सभी क्षेत्रीय इकाईयों को आवष्यक दिषा निर्देष निर्गत किये गये हैं।
यूपीसीएल सभी पर्यटकों को विद्युत सम्बन्धी किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पडे. हेतु पर्यटन स्थलों से सम्बन्धित सभी उपसंस्थानों, एच०टी० एल०टी० लाइनों तथा स्ट्रीट लाईटों की स्थिति का नित्य प्रतिदिन अनुश्रवण किया जा रहा है तथा आकस्मिक स्थिति हेतु सभी स्थलों में सामाग्री यथा कन्डक्टर, केबिल, पोल, ट्रांसफार्मर की व्यवस्था भी सुनिष्चित की जा रही है जिससे विद्युत व्यवधान होने पर न्यूनतम समय अवधि में विद्युत आपूर्ति सुचारू की जा सके।
सभी अधीक्षण अभियन्ताओं/अधिषासी अभियन्ताओं को अपने क्षेत्रान्तर्गत आने वाले 33/11 के०वी० उपसंस्थानों एवं उनसे निकलने वाले 11 के0वी0 फीडरों का निरीक्षण करने तथा हाई अलर्ट मोड में उपस्थित होने हेतु भी निर्देषित किया गया है। इसके अतिरिक्त बेहतर विद्युत आपूर्ति हेतु लाईनों के बीच में आ रहे पेड़ों एवं टहनियों की लोपिंग-चोपिंग समय से कराना तथा समस्त ट्राली परिवर्तकों की उपलब्धता कार्यषील स्थिति में है एवं किसी भी आकस्मिकता के लिये उपलब्ध हैं सुनिष्चित किये जाने हेतु भी निर्देषित किया गया है