Saturday, April 19News That Matters

मुख्यमंत्री धामी ने अपने जन्मदिन की पूर्व संध्या पर छात्रावास के बच्चों के साथ केक काटा और बच्चों को उपहार देकर उनके साथ कुछ समय बिताया

मुख्यमंत्री  धामी ने अपने  जन्मदिन की पूर्व संध्या पर  छात्रावास  के  बच्चों के साथ केक काटा और बच्चों को उपहार देकर उनके साथ कुछ समय बिताया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ बैठ कर भोजन भी किया तथा अपने हाथों से बच्चों को भोजन कराया।


मुख्यमंत्री  धामी ने अपने  जन्मदिन की पूर्व संध्या पर  छात्रावास  के  बच्चों के साथ केक काटा और बच्चों को उपहार देकर उनके साथ कुछ समय बिताया 

मुख्यमंत्री को अपने बीच देखते हुए बच्चे उत्साहित दिखे। बच्चों ने  दीप जलाकर, गायत्री मंत्र और गणेश वंदना  करते हुए मुख्यमंत्री के स्वस्थ और दीर्घ जीवन की कामना की।  मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण भी किया

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी शुक्रवार को दिल्ली से लौटते के बाद बनियावाला देहरादून स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय बालिका छात्रावास में बेसहारा और निर्धन बच्चों के बीच पहुंचे। मुख्यमंत्री ने अपने  जन्मदिन की पूर्व संध्या पर  छात्रावास  के  बच्चों के साथ केक काटा और बच्चों को उपहार देकर उनके साथ कुछ समय बिताया। मुख्यमंत्री ने बच्चों के साथ बैठ कर भोजन भी किया तथा अपने हाथों से बच्चों को भोजन कराया। इस अवसर पर बच्चों की ओर से रंगारंग प्रस्तुतियां भी दी गई। 

मुख्यमंत्री को अपने बीच देखते हुए बच्चे उत्साहित दिखे। बच्चों ने  दीप जलाकर, गायत्री मंत्र और गणेश वंदना  करते हुए मुख्यमंत्री के स्वस्थ और दीर्घ जीवन की कामना की।  मुख्यमंत्री ने वृक्षारोपण भी किया।

 मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने सभी विद्यार्थियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुए कहा जीवन में जो भी कार्य करें, पूर्ण मनोयोग के साथ करें। उन्होंने कहा की जीवन में जिस भी क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं, उसके लिए अभी से लक्ष्य निर्धारित कर आगे बढ़े।  जब हम किसी लक्ष्य को पूर्ण करने के लिए पूरे मनोयोग से कार्य करते हैं, तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। उन्होंने कहा कि जीवन में जिस भी क्षेत्र में कार्य करना चाहते हैं, लीडर की भूमिका में कार्य करें।

इस अवसर पर शिक्षा महानिदेशक  बंशीधर तिवारी एवं शिक्षा  विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें -  पढ़ाई का भारी दबाव, छात्र की खुद की मानसिक क्षमता से अधिक क्षमता के विषय को चुनना, मेडिकल की पढ़ाई में सामन्जस्य न बना पाना, सहित कई पारिवारिक व निजी कारण की वजह से आत्महत्या तों नहीं कर रहे वे....

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *