बाबा केदारनाथ की उत्सव डोली गद्दी स्थल ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना..जिलाधिकारी मयूर दीक्षित स्वयं ले रहे हैं अपडेट.. कपाट खुलने से पहले सभी व्यवस्था हो जाएंगे पूरी.. थोड़ा मौसम कर रहा है परेशान….
ग्यारहवें ज्योतिर्लिंग बाबा केदारनाथ की उत्सव डोली गद्दी स्थल ऊखीमठ से केदारनाथ धाम के लिए रवाना हो गई है। ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में परंपरानुसार पूजा-अर्चना के बाद डोली ने पहले रात्रि पड़ाव विश्वनाथ मंदिर गुप्तकाशी के लिए प्रस्थान कर लिया है।
पूजा-अर्चना के बाद डोली के साथ बड़ी संख्या में भक्तों की मौजूदगी में पैदल यात्रा के लिए प्रस्थान किया। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार उत्सव डोली 22 अप्रैल को फाटा, 23 को गौरीकुंड तथा 24 अप्रैल, 2023 को श्री केदारनाथ धाम पहुंचेगी। 25 अप्रैल, 2023 को प्रातः 6 बजकर 20 मिनट पर बाबा केदार के कपाट भक्तों के लिए दर्शनार्थ खोल दिए जाएंगे।
इस अवसर पर केदारनाथ के रावल भीमाशंकर लिंग सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
वही संबंधित महत्वपूर्ण सभी विभागों द्वारा की जा रही तैयारियों एवं व्यवस्थाओं का जिलाधिकारी मयूर दीक्षित द्वारा निरंतर समीक्षा करते हुए धरातल पर किए जा रहे व्यवस्थाओं एवं कार्यों की जानकारी ली जा रही है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने अवगत कराया है कि विगत दो दिनों से मौसम खराब होने से केदारनाथ धाम व केदारनाथ यात्रा मार्ग में पिछले दो दिनों से बारिश एवं बर्फवारी के कारण की जा रही व्यवस्थाओं एवं कार्यों में व्यवधान हुआ है जिससे भैरव गदेरे के समीप ग्लेशियर आने के कारण यात्रा मार्ग अवरुद्ध हो गया था तथा केदारनाथ धाम में कुछ पेयजल लाईनें, विद्युत पोल एवं ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त एवं बनाए जा रहे टैंट को क्षति हुई है। उन्होंने कहा कि आज मौसम ठीक हो गया है तथा केदारनाथ धाम एवं यात्रा मार्ग में व्यवस्थाओं को दुरस्त करने में लगे श्रमिकों द्वारा कठिन परिस्थितियों में कार्य करते हुए बर्फ हटाने एवं व्यवस्थाओं को दुरस्त किया जा रहा है। उन्होंने अवगत कराया है कि केदारनाथ अवरुद्ध यात्रा मार्ग को आवागमन हेतु सुचारू कर दिया गया है तथा संबंधित विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियों एवं व्यवस्थाओं को त्वरित गति से करने के निर्देश दिए गए हैं ताकि सभी व्यवस्थाएं समय से पूर्ण हो सकें
वही जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने श्री केदारनाथ धाम, यात्रा मार्ग तथा जिले में अवस्थित समस्त व्यापारिक प्रतिष्ठानों होटल, दुकान, ढाबों, रेहड़ी आदि में अनिवार्य रूप से रेट लिस्ट चस्पा करने के लिए भी आदेश निर्गत किए है
ताकि वस्तुओं के मूल्य से अधिक मूल्य श्रद्धालुओं से ना लिया जा सके…