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कौन रच रहा है मुन्ना सिंह चौहान के खिलाफ साजिश… वह कौन है जो मुन्ना सिंह चौहान को मंत्री भी नहीं बनने देखना चाहता… कौन फैला रहा है अफवाह की चौहान है मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे इस खबर के बाद मुन्ना सिंह चौहान है आक्रोशित…

कौन रच रहा है मुन्ना सिंह चौहान के खिलाफ साजिश… वह कौन है जो मुन्ना सिंह चौहान को मंत्री भी नहीं बनने देखना चाहता… कौन फैला रहा है अफवाह की चौहान है मुख्यमंत्री पद की रेस में सबसे आगे इस खबर के बाद मुन्ना सिंह चौहान है आक्रोशित…

 

आपको बता दें कि देहरादून के विकासनगर से भाजपा विधायक मुन्ना सिंह चौहान की लोकप्रियता कई मायनों में अनूठी है। वे तब से विधायक चुने जाते रहे हैं, जब उत्तराखंड राज्य का गठन भी नहीं हुआ था। अपने क्षेत्र में उन्हें जमीन से जुड़ा नेता माना जाता है और वहां की कई मूलभूत समस्याओं को दूर करने में उनकी भूमिका सराहनीय रही है।

मुन्ना सिंह चौहान का जन्म देहरादून के चकराता में 10 जुलाई, 1960 को हुआ। उन्होंने प्रारंभिक व उच्च शिक्षा देहरादून में हासिल की। वे भौतिक शास्त्र में एमएससी की डिग्री हासिल कर चुके हैं। हालांकि वे समाजसेवा में कॉलेज के दिनों से ही शामिल रहे हैं, लेकिन उन्होंने चुनावी राजनीति की शुरुआत समाजवादी पार्टी के साथ की। वर्ष 1991 में वे पहली बार चकराता विधानसभा क्षेत्र से उत्तर प्रदेश विधान सभा सदस्य निर्वाचित हुए। उन्होंने जन संपर्क और विकास कार्यों पर अपना ध्यान केंद्रित किया जिससे जनता ने अगले टर्म यानी वर्ष 1996 में भी उन्हें ही अपना विधायक चुना। वे विधान सभा में वर्ष 1997-1998 के दौरान अधिष्ठाता मण्डल के सदस्य भी बने।

वर्ष 2000 में जब उत्तराखंड अलग राज्य बना तो मुन्ना सिंह चौहान 09 नवम्बर 2000 से फरवरी 2002 तक उत्तरांचल की अनन्तिम विधान सभा सदस्य के तौर पर रहे। इसके बाद उन्होंने उन्होंने एक क्षेत्रीय दल उत्तराखंड जनवादी पार्टी बनायी लेकिन उसे सफलता नहीं मिली। वर्ष 2002 में वे विकासनगर सीट पर मात्र 58 वोटों से रनर अप रहे। वर्ष 2007 के आम चुनाव में वे भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर उत्तराखण्ड विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। वे वर्ष 2007 में उत्तराखण्ड विधान सभा की सरकारी आश्वासन सम्बन्धी समिति के सदस्य और वर्ष 2008 में विधान सभा के अधिष्ठाता मण्डल का सदस्य बनाये गये। 6 अप्रैल 2009 को उन्होंने कुछ मतभेदों के कारण विधान सभा से त्याग पत्र दे दिया और भाजपा छोड़ दी लेकिन कुछ ही वर्षों में दोबारा वापसी कर ली। वर्ष 2017 में वे भाजपा के टिकट पर विकासनगर सीट से फिर विधायक बने। उनकी परम राजनीतिक सहयोगी उनकी जीवनसंगिनी मधु चौहान रही हैं जो देहरादून जिला पंचायत की सदस्य भी रही हैं और कई बार विधानसभा का चुनाव भी लड़ कर फर्स्ट रनर अप रह चुकी हैं।

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मुन्ना सिंह चौहान को भाजपा ने अपना प्रवक्ता भी बनाया है।
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मुन्ना सिंह चौहान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी के लोकप्रिय नेताओं में से एक है… लेकिन आजकल ना जाने कहां से खबर वायरल है कि … मुन्ना सिंह चौहान … मुख्यमंत्री बनने के सपने देख रहे हैं….. जो सरासर गलत है….. सूत्रों के हवाले से मिली खबर के अनुसार…. मुन्ना सिंह चौहान ऐसी अफवाह उड़ाने वालों के खिलाफ जल्द मुकदमा दर्ज करने वाले हैं…. क्योंकि मुन्ना सिंह चौहान संघर्षशील… ईमानदार.. व्यक्तित्व की छवि वाले हैं… ऐसे में सूत्र बताते हैं कि… मुन्ना सिंह चौहान और मुख्यमंत्री धामी के बीच.. मतभेद से लेकर मन भेद पैदा करने का काम… वह लोग कर रहे हैं…. जिन्होंने… जोशीमठ में आई आपदा को लेकर … कोहराम मचावा डाला… जबकि आज तक एक चूहा भी नहीं मरा …….

 

 

 

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