मुख्यमंत्री धामी भावुक होकर बोले, सरकार हर घड़ी आपके साथ…
मुख्यमंत्री धामी ने आपदा प्रभावित क्षेत्र में स्वयं संभाला मोर्चा
अंतरिम सहायता को 45 करोड़ किए स्वीकृत
पूरे आंकलन के बाद मोदी धामी की सरकार नें दिया मदद का आश्वासन
देहरादून। सीएम पुष्कर सिंह धामी दैवीय आपदा से जूझ रहे जोशीमठ के बाशिदों ने सर्द रात में मिलकर उनका दुख साझा किया। पीड़ितों से मिलकर भावुक हुए सीएम धामी ने कहा कि सरकार हर घड़ी आप लोगों के साथ है। सभी की हरसंभव मदद की जाएगी।
बुधवार की शाम सीएम धामी अचानक ही जोशीमठ पहुंच गए। उन्होंने वहां चल रहे राहत एवं मदद कार्य को नजदीकी से समझा। सीएम ने सरकारी मशीनरी को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस मामले में किसी भी तरह की ढिलाई के सहन नहीं किया जाएगा। वैज्ञानिकों की राय के आधार पर ही ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जाए।
सीएम धामी जोशीमठ की बेहद सर्द रात में उन स्थानों पर भी पहुंच गए, जहां प्रभावितों को अस्थायी रूप से ठहराया गया है। धामी ने वहां रह रहे पीड़ितों से बात की औऱ उनके दर्द को समझा। उन्होंने यह भी देखा कि पीड़ितों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है। पीड़ितों से मिलते वक्त धामी भावुक हो उठे। उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार पूरी तरह से साथ है। किसी भी तरह की समस्या नहीं आने दी जाएगी।
अधिकारियों के साथ बैठक में सीएम ने क्षति का आंकलन करके सभी को मुआवजा देने की बात की। इसके लिए डीएम चमोली की अध्यक्षता में एक कमेटी बना दी गई है। यही क्षति का आंकलन करेगी। यहां सभी को बाजार की दर पर मुआवजा दिया जाए उन्होंने कहा कि फौरी तौर पर 45 करोड़ रुपये मंजूर कर दिए गए हैं। इसका तत्काल वितरण किया जाए। गुरुवार की सुबह सीएम धामी ने जोशीमठ में भगवान नरसिंह की पूजा अर्चना भी की..
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ में भूधंसाव से प्रभावित परिवारों को अंतरिम पैकेज के पारदर्शी वितरण एवं पुनर्वास पैकेज की दर निर्धारित किए जाने हेतु गठित समिति के साथ बैठक की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर गठित समिति के सदस्यों के सुझावों पर बाजार दर तय की जाएगी। प्रभावित हितधारकों के हितों का पूरा ध्यान रखते हुए बेहतर से बेहतर मुआवजा दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रभावित लोगों को मानसिक रूप से भी सबल बनाना है। सरकार की ओर से अधिकतम जो हो सकता है, वह किया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि फरवरी में औली में गेम्स होने है। कुछ महीने बाद चारधाम यात्रा शुरू होने जा रही है। हमें यह भी देखना होगा की जोशीमठ से बाहर कोई गलत संदेश न जाए, ताकि स्थानीय लोगों की आजीविका प्रभावित न हो। इसका हम सबको ध्यान में रखते हुए काम करना है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुनील आइटीबीपी कैंप में सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, और भूधंंसाव की जांच में लगे विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों, जिला प्रशासन, पुलिस एवं आवश्यक सेवाओं से जुड़े जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक ली।
सीएम ने कहा कि नागरिकों की सुरक्षा हमारी सबसे बडी जिम्मेदारी है। उन्होंने लोगों की सुरक्षा के दृष्टिगत सभी इंतेजाम सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने भूधंंसाव की जांच में लगे विभिन्न प्रतिष्ठानों के वैज्ञानिकों से भी वार्ता की और जोशीमठ में भूधंंसाव कारणों में चल रहे अध्ययन और शोध के बारे में जानकारी ली। जिसमें वैज्ञानिकों ने अब तक की जांच के बारे में अवगत कराया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों, गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक की। उन्होंने सभी को आपदा की घड़ी में शासन प्रशासन के साथ तालमेल बनाकर काम करने की बात कही। उन्होंने कहा कि जो लोग प्रभावित हैं, उनकी जान माल की सुरक्षा करते हुए उनके लिए आगे का रास्ता बनाना हमारी प्राथमिकता है। सीएम ने कहा की जिन लोगों के मकान, दुकान, व्यवसाय प्रभावित हुए है उन सभी को अंतरिम सहायता के रूप में 1.50 लाख तत्कालीक रूप से दिए जा रहे हैं। प्रभावित लोगों के पुनर्वास के लिए सरकार हर संभव मदद करेगी। कतिपय लोग जोशीमठ को लेकर गलत माहौल बना रहे है। इससे हमारे लोगों का नुकसान हो रहा है उनकी आर्थिकी प्रभावित हो रही है।