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श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल द्वारा पीपीपी मोड पर चलाया जा रहा सामदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो में पहली बार हर्निया की सफल सर्जरी हुई।

श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल द्वारा
पीपीपी मोड पर चलाया जा रहा
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो
में पहली बार हर्निया की सर्जरी

 

पाबो।
जिला अस्पताल पौड़ी के अन्तर्गत संचालित सामदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो में पहली बार हर्निया की सफल सर्जरी हुई। इससे पूर्व हर्निया की सर्जरी व अन्य सर्जरी के मामालों के लिए क्षेत्रवासियों को जिला अस्पताल पौड़ी या बेस अस्पताल श्रीनगर जाना पड़ता था। यह खबर क्षेत्रवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आई है। पाबो सेंटर में सर्जन की उपलब्धता, हर्निया की सर्जरी की सुविधा होने व सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध होने पर क्षेत्रवासियों ने प्रसन्नता जाहिर की है। यह जानकारी जिला अस्पताल, पौड़ी के चिकित्सा अधीक्षक डॉ पीके जैन ने दी।
पौड़ी जिला अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ पीके जैन ने बताया कि थलीसैण, पौड़ी निवासी 19 वर्षीय महिला को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो में लाया गया था। सर्जन डॉ निकिता व उनकी टीम ने मंगलवार को महिला की हर्निया की सफल सर्जरी की। ऑपरेशन के बाद मरीज़ ठीक है व उन्हें जल्द ही अस्प्ताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
डॉ जैन ने जानकारी दी कि सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो को हर स्तर से बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। क्षेत्रवासियों को बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए अस्पताल के डॉक्टर व स्टाफ नियमित प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने जानकारी दी कि पाबो सेंटर में जनरल सर्जरी के अलावा सिजेरियन डिलीवरी के मामले भी सुगमतापूर्वक लिए जा रहे हैं व सिजेरियन डिलीवरी करवाई जा रही हैं। पाबो सेंटर में सिजेरियन डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध होने के बाद क्षेत्रवासियों में खासा उत्साह है। अब मरीजों को जिला अस्पताल पौड़ी व श्रीनगर बेस अस्पताल पर निर्भर नहीं रहना पड़ रहा है। यह पाबो सेंटर के डॉक्टरों व स्टाफ की कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि क्षेत्रवासियों का सेंटर की सेवाओं पर विश्वास बढ़ा है।

काबिलेगौर है कि श्री महंत इन्दिरेश अस्पताल द्वारा जिला अस्पताल पौड़ी, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबो व घंडियाल को वर्तमान में पीपीपी मोड पर चलाया जा रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पाबे में सिजेरियन डिलीवरी की भी समुचित व्यवस्था उपलब्ध हैं। ऑपरेशन को सफल बनाने में डॉ मोहत, ओटी टेक्नीशियन सूरज व टीम का महत्वपूर्णं सहयोग रहा।

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